रायपुर में रंगमय हुई देवी अहिल्याबाई होलकर
रायपुर 19अप्रैल । बुद्धेश्वर मंदिर रायपुर में चला चित्रकला कार्यशाला के द्वितीय दिवस पर चित्रकारों ने अहिल्या जी के जीवन पर प्रसंग पर विभिन्न दृश्यों को अपने चित्रों के माध्यम से आत्मसात करते हुए कैनवास पर चित्रित किया है जारी प्रेस विज्ञप्ति में संयोजक चित्रकार भोजराज धनगर ने बताया की दुर्ग की डॉ शशि प्रिय उपाध्याय ने अहिल्या जी की दानशीलता को दर्शाया है, रायपुर के राहुल दत्त ने नर्मदा उद्गम स्थल पर धर्मशाला का निर्माण करते हुए चित्र बनाए हैं, रायपुर के मनहरण देवांगन जी ने सती होने को तैयार अहिल्याबाई को रोकते हुए उनके ससुर मल्हार राव और प्रजाजन का चित्र बनाया है।

बिलासपुर से मना केवट हाथी पर बैठी अहिल्या तीर धनुष लेकर युद्ध लड़ते हुए दिखाया है रायपुर से दीपक शर्मा ने अहिल्याबाई द्वारा विधवाओं के उत्थान का प्रयास और अधिकारों की घोषणा। रायपुर से खुशी चौधरी द्वारा अहिल्या की माता द्वारा उनको शिव भक्ति का पाठ पढ़ाते हुए चित्रण। अवध कुमार धमतरी द्वारा अहिल्या और खंडेराव युद्ध में जाते हुए का चित्रण। सुरेंद्र कुमार मेहर रायगढ़ द्वारा अदा बाजार में गाय द्वारा ही लिया की रात को रोकते हुए इसके बछड़े को मेल राव द्वारा कुचला गया था का चित्रण। रायपुर की रिचा तेजस ने शस्त्र विद्या में अहिल्या सहित अनेक महिलाओं को प्रशिक्षण देते हुए

तथा मल्हार मल्हार राव दूर से देखते हुए। अरविंद यादव (रायपुर )ने अहिल्या जी के सादगी और सरलता का प्रतिबिंब स्वरूप चित्र बनाया है।साथ ही नाट्य कार्यशाला में पंजाब से पंजाब से आए श्री सुदेश शर्मा द्वारा नाटक का परिचय उद्देश्य नाटक विधा की विभिन्न आयामों को कार्यशाला में उपस्थित प्रतिभागियों के समक्ष रखा प्रयोगात्मक थिएटर की विशेषताओं को सबके समक्ष परिभाषित किया साथ ही मंचन कला के लिए नवोदित कलाकारों को का उत्साह वर्धन किया।
